फव्वारे प्राचीन काल से ही विभिन्न रियासतों की धरोहर रहे हैं। जैसे-जैसे समय बदलता जा रहा है वैसे-वैसे इनका रूप भी बदलता जा रहा है। आधुनिक युग के लखनऊ में हमें कई संगीतमय फव्वारे देखने को मिलते हैं जिनमें से एक फव्वारा गोमती नदी के पास भी स्थित है। इस संगीतमय फव्वारे को लखनऊ स्थित मार्टीनियर बॉयज़ कॉलेज (Martiniere Boys College) के निकट स्थापित किया गया है। इस प्रकार के संगीतमय फव्वारों को आप लखनऊ के अलावा अन्य शहरों में भी देख सकते हैं, जहां धीमे संगीत के साथ फव्वारों का आनंद उठाया जा सकता है। किन्तु यदि आप लखनऊ के पुराने समय के फव्वारों के बारे में विचार करें तो आपको इन नए फव्वारों के विपरीत भिन्न प्रकार के फव्वारे देखने को मिलेंगे। इन प्राचीन फव्वारों को अवध के नवाबी शहरों और महलों में डिज़ाईन (Design) किया गया था जो आज के फव्वारों से बिल्कुल भिन्न हैं। अवध नवाब के शहरों और महलों के इन फव्वारों का ज़िक्र कई भारतीय लघु चित्रों और विवरणों (एमिली ईडन - Emily Eden आदि) में देखने और पढ़ने को मिलता है जो यहां स्थित फव्वारों का उल्लेख करते हैं।
संदर्भ:
1. https://bit.ly/2m8ko6L
2. https://www.metmuseum.org/blogs/ruminations/2015/desiring-landscapes
3. https://bit.ly/2meif9N
4. https://en.wikipedia.org/wiki/Gulab_Bari
5. https://bit.ly/2m7yiWK
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